नदी इलाके में बारिश के बाद जल स्तर बढ़ा, लोग जान जोखिम में डाल रास्ता पार कर रहे।
अजमेर में शुक्रवार और शनिवार को हुई भारी बारिश के कारण आनासागर झील के सभी गेट खोल दिए गए, जिससे लूनी नदी में पानी का बहाव और भी तेज हो गया है। पीसांगन बांध पर अब तीन से चार फीट ऊंची पानी की चादर बह रही है, जबकि पानी का वेग और अधिक रफ्तार से आगे बढ़ रहा है। बीते दिनों की तुलना में 7 और 8 अक्टूबर को लूनी नदी के बहाव में और भी ज्यादा तेजी देखी गई है, जिससे आस-पास के इलाकों में खतरा और बढ़ गया है।
पानी के तेज बहाव और संभावित हादसों को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने चौथी बार आलनियावास-लूणी रपट का मार्ग बंद कर दिया है, जिससे आलनियावास के लोगों का रियांबड़ी और अन्य गांवों से संपर्क पूरी तरह से बाधित हो गया है। रोज़गार और अन्य जरूरी कामों के चलते लोग अपनी जान जोखिम में डालकर रपट पार करने को मजबूर हैं। इसके साथ ही, विद्यार्थियों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है।
पानी की तेज आवक और प्रचंड बहाव के चलते आलनियावास रपट पूरी तरह से क्षतिग्रस्त होकर टूट चुकी है। इसके चलते प्रशासन ने सड़कों के दोनों तरफ गहरी खाई खुदवाकर मार्ग को पूरी तरह से बंद कर दिया है।